बलंवतपुरा, 14 जुलाई। विद्यालय प्राचार्या इंदू सोनी ने बताया कि डूण्डलोद गर्ल्स स्कूल (Dundlod Girls School) में एक अनोखा शैक्षिक नवाचार कक्षा की गतिशीलता को बदल रहा है। मलयालम फिल्म स्थानार्थी श्रीकुट्टन (Malayalam film location artist Sreekuttan) के एक दृश्य से प्रेरित होकर, स्कूल ने एक नई बैठने की व्यवस्था लागू की है। जो 'पीछे बैठने वाले' की अवधारणा को पूरी तरह से हटा देती है, हर छात्रा को समान दृश्यता और ध्यान मिलता है। नई व्यवस्था में प्रत्येक छात्रा डेस्क कक्षा की सभी चार दीवारों के साथ रखे गए हैं, जिससे एक सेमी सर्कल जैसी संरचना बनती है। जहाँ हर कोई अनिवार्य रूप से 'पहली पंक्ति' में होता है। विद्यालय सचिव बीएल रणवा ने कहा कि इस तरह के शैक्षिक नवाचार से शिक्षण व्यवस्था को और अधिक सुचारू रूप से चलाया जा सकेगा और विद्यार्थी ज्यादा सुगमता व आत्मविश्वास से पढाई कर सकेंगे।