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शहीद देश का गौरव है, देश की धरोहर होती हैं, प्रतिमाओं पर पार्क विकसित करने चाहिए - डोटासरा


शहीदों के मान सम्मान को हमेशा ऊंचा रखना चाहिए, शहीद; युवाओं के लिए प्रेरणा है - लेफ्टिनेंट जनरल केके रेप्सवाल

नवलगढ़ न्यूज़ (श्रवण नेचु) - नवलगढ़ के नजदीकी गांव खींवासर में अमर शहीद जयपाल सिंह चलका (Amar Shaheed Jaipal Singh Chalka) के 19वां शहादत दिवस मनाया गया। इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara), प्रधान मदन सेवदा (Madan Sewda), सरपंच बिजेंद्र डोटासरा, लेफ्टिनेंट जनरल केके रेप्सवाल, लेफ्टिनेंट एसपीएस कटेवा, कर्नल राजेश भूकर, कर्नल देवानंद गुर्जर, रामेश्वर रणवा, आईएएस सतीशचंद्र, चेन सिंह आर्य, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बिजेंद्र महला, इंजीनियर झाबर मल बतौर अतिथि थे। इस दौरान अतिथियों ने सबसे पहले शहीद जयपाल सिंह चलका को श्रद्धांजलि देकर उन्हें नमन किया उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनकी शहादत को याद किया।

समारोह के दौरान शहीद वीरांगना भंवरी देवी पिता शिशपाल सिंह का अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया। इस मौके पर स्कूल के होनहार प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया।

शहादत दिवस पर अनेक वक्ताओं ने उनके बलिदान को याद करते हुए हर भारतीय को किसी न किसी रूप में देश की सेवा करने का आह्वान किया। वक्ताओं ने कहा कि सेना का एक जवान बॉर्डर पर खड़ा रहकर रात दिन सर्दी गर्मी और बारिश की परवाह नहीं करते हुए घर परिवार को छोड़ कर देश की रक्षा करता है। आज हम उन्हीं की वजह से सुरक्षित हैं। एक सैनिक, परिवार समाज से पहले अपने देश की सोचता हुआ ड्यूटी निभाता है। देश रक्षा करते हुए वह शहीद होता है तो पूरा देश गर्व महसूस करता है। हमें भी सैनिक की तरह काम करना चाहिए। पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि शेखावाटी अंचल में देश ने सबसे ज्यादा शहीद दिए हैं। हमें शहीदों की प्रतिमाएं लगाकर वहां पार्क बनाने चाहिए। जिससे युवाओं को प्रेरणा मिल सके। खींवासर में शहीद जयपाल सिंह चलका की याद में यह पार्क शेखावाटी अंचल का सबसे जोरदार पार्क विकसित किया है। जहां हजारों लोग शहीद को नमन करते हैं और पार्क देखने आते हैं। इस मौके पर लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र की अनेक शहीद वीरांगनाओं का भी सम्मान किया गया। इस मौके पर अनेक सैनिकों तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया।

इस मौके पर शहीद की पत्नी वीरांगना भंवरी देवी, पिता शिशपाल सिंह चलका, साहित्यकार अरविंद भास्कर, एडवोकेट राकेश पुनिया, कवि सुल्तान सिंह कूदन, ग्रामीण महिला शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष इंजीनियर झाबरमल, हरलाल सिंह चलका, दामोदर मटोलिया सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में महिला पुरुष शामिल होकर शहीद के शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का सफल संचालन राजेंद्र बीरडा ने किया।