नवलगढ़ न्यूज़ (श्रवण कुमार नेचु) - नवलगढ़ उपखंड के देवगांव (DevGaon) निवासी 62 वर्षीय रामधन कुमावत (Ramdhan Kumawat) के साथ धोखाधड़ी कर कृषि भूमि हड़पने के प्रयास का मामला सामने आया है। रामधन ने गोठड़ा थाने में मामला दर्ज करवाया है। जिसमें रिपोर्ट दी गई है कि लक्ष्मणगढ़ के बलारां निवासी जैनुअल और फतेहपुर निवासी समीर खान कामख्यानी ने पीएम निधि किसान योजना के तहत पेंशन चालू करवाने का झांसा देकर 30 मई 2025 को नवलगढ़ बुलाया और फर्जी स्टाम्प पेपरों व अन्य फर्जी दस्तावेजों पर फर्जी तरीके से अंगूठा लगवा लिया। बाद में पता चला कि इन दस्तावेज का उपयोग जमीन बेचने के नाम पर किया है। दर्ज रिपोर्ट में यह भी आरोप है कि 24 जून व 19 जून को दो अलग-अलग फर्जी स्टांप पेपर तैयार किए गए, जिनमें 25 लाख देने की बात कही गई।
रामधन कुमावत ने बताया कि उनकी देवगांव मुख्य सड़क पर करीब 22 बीघा जमीन है जिस पर वह कास्त करता है। उनकी यह जमीन पैतृक है। रामधन अत्यधिक गरीब है और पूरा परिवार मजदूरी और खेतीबाड़ी पर निर्भर है परिवार में कोई पढ़ा लिखा नहीं है। उनके सात बेटे हैं, जिनमें एक बेटा दशरथ कुमावत लक्ष्मणगढ़ के बलारां गांव में बंटवारे में काश्त करता है। उसी खेत के पास रहने वाले जैनुअल आबेदीन जो पंचायत समिति सदस्य भी है, दशरथ कुमावत से जैनुअल की अच्छी जानकारी हो गई। जैनुअल धीरे धीरे दशरथ कुमावत के घर देवगांव भी आना जाना शुरू कर दिया। मतलब परिवार से घुलमिल गया और पिता रामधन का भी विश्वास जीत लिया। जैनुअल की नजर उनकी जमीन पर पड़ी और धीरे धीरे उसे हड़पने का प्लान शुरू कर दिया। वो दिन भी आ गया प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि की पेंशन चालू करवाने के बहाने रामधन और उनके पुत्र दशरथ को नवलगढ़ तहसील के सामने एक नोटेरी पब्लिक की दुकान पर ले गया। वहां पहले से खरीदे गए स्टाम्प और शपथ पत्र पर अंगूठा व हस्ताक्षर करवा लिया और बोले तुम घर जाओ। कागज मैं जमा करवा दूंगा और पेंशन चालू हो जाएगी। इस पूरी कहानी का तब पर्दाफाश होता है जब करीब 2 महीने बाद 21 जुलाई को पटवारी और अन्य लोग डीएलसी रेट की नाप और जांच करने घर देवगांव गए। तब अचानक पूरा परिवार चिंता में डूब गया बोले हमने हमारी जमीन किसी को नहीं बेची। धोखे से पेंशन चालू करने के नाम पर ऐसा किए गया। यही नहीं रामधन और उनका परिवार पांच दिन रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर भटकता रहा। कभी गोठड़ा तो कभी नवलगढ़ भटकते रहे। ऐसे गरीब और अनपढ़ लोगों का फायदा उठाने वाले गिद्धों और भू माफियाओं पर लगाम कैसे लगा पाएगी।