लक्ष्मणगढ़ (श्रवण नेचु) - सीकर के बऊ धाम पर बुधवार को प्रदेश के शिक्षा व पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) आए और वहां वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने सबसे बहले बऊ धाम स्थित संतों के समाधि स्थल जाकर दर्शन किए। उसके बाद दंडवत होकर उन्हें नमन किया। कार्यकम के दौरान गौशाला परिसर में वृक्षारोपण किया गया ।
समारोह के दौरान अतिथियों ने तालाब पर जाकर वंदे गंगा कलश की पूजा अर्चना की तथा नरेगा कर्मियों के साथ तालाब की सफाई अभियान में भी शामिल हुए।
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, पूर्व सासद स्वामी सुमेधानंद, खंडेला विधायक सुभाष मील, धोद विधायक गोरधन सिंह, जिला अध्यक्ष मनोज बाटड, समाजसेवी नौरंग सिंह चौधरी, पूर्व चेयरमैन दिनेश जोशी सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के दौरान समारोह को अपने संबोधन में शिक्षा और पंचायती मंत्री मदन दिलावर ने कहा अगर जल को नहीं बचाया तो आनेवाली पीढ़ी पानी के अभाव में प्यासी मर जाएगी। पानी का इतना भयंकर संकट पैदा हो जाएगा कि हमारी आने वाली पीढ़ी, हमारे बच्चे तड़प तड़प कर पानी के बिना जान दे देंगे। इसलिए संभल जाओ, समझदार बन जाओ। पानी की एक एक बूंद की कद्र करनी होगी। पानी बचाने के लिए हमें खुद से शुरुआत करनी होगी। पुराने बुजुर्ग लोग बहुत बुद्धिजीवी और वैज्ञानिक थे। सौ साल पहले उस जमाने में पानी का संरक्षण करते थे। जगह जगह तालाब, बावड़ी, पोखर बनाकर वर्षा का जल एकत्रित करने की विधि जानते थे। आज हम पानी को बर्बाद करने चले हैं। दिलावर ने यह भी कहा कि सरकार क्या क्या करेगी अपने ही घर और गांव को साफ सुथरा रखना सब की जिम्मेदारी है। हर घर हर खेत का पानी बर्बाद होता है। उसे हम एकत्रित करके साल भर काम में ले सकते हैं। मंत्री ने गाय को अपनी माता मानते हुए उनका पालन करने की सलाह भी दी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने भी पानी की समस्या को गंभीर माना। महरिया ने कहा शेखावाटी अंचल में पानी जमीन से काफी गहरा चला गया है। इसलिए हमें जल संरक्षण अभियानों के माध्यम से जल बचाने का संकल्प लेकर जिम्मेदारी के साथ हर कीमत पर पानी को बचाना है, नहीं तो आनेवाले समय में हालात गंभीर हो जाएंगे। जिसका परिणाम हमें भुगतना होगा। समारोह के दौरान आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यह कार्यकम सरकारी था, इसलिए जिला कलक्टर सहित तमाम विभागों के बड़े अधिकारी शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।